How To Make Jagerbomb : जैगरमेस्टर & रेडबुल का कॉकटेल

How To Make Jagerbomb

जागरबॉम्ब बनाने का तरीका:

सामग्री:

  1. जागरमाइस्टर लिकर
  2. एनर्जी ड्रिंक (जैसे कि रेड बुल)
  3. शॉट ग्लास

विधि:

  1. सबसे पहले, एक शॉटग्लास लें।
  2. शॉट ग्लास में जागरमाइस्टर लिकर डालें। आप लगभग 1 शॉट (करीब 30 मिलीलीटर) जागरमाइस्टर डाल सकते हैं।
  3. अब, एनर्जी ड्रिंक का एक कैन खोलें। रेड बुल सबसे प्रचलित है।
  4. एक रेड बुल या किसी भी एनर्जी ड्रिंक की कैन खोलकर उसका एक छोटा ग्लास लें।
  5. अब, जागरमाइस्टर वाले शॉट ग्लास को सावधानीपूर्वक एनर्जी ड्रिंक के ग्लास में डाल दें।
  6. तुरंत पी जाएं जब शॉट एनर्जी ड्रिंक में गिरता है। शॉट को चबा कर पी सकते हैं या तुरंत पी सकते हैं।

आपका जागरबॉम्ब तैयार है! याद रहे कि इसका सेवन समझदारी और सीमा में करें। ज्यादा मत पिएं, और अगर आप मोटर या किसी मशीन का शोफर हैं तो कभी भी शराब नहीं पीना चाहिए।

जेगरबॉम्ब एक अलग प्रकार का नशा प्रदान करता है जो अक्सर DRUGS या कोकेन के साथ तुलना की जाती है। यह आपके अंदर के खिलोनेवाला स्वभाव बाहर लाता है और आपको ऐसे कार्यों के लिए प्रेरित करता है जो आप सामान्य स्थितियों में नहीं करते हैं।

 

जेगरमाइस्टर, एक प्रसिद्ध जर्मनी का शराब है जो 56 अलग-अलग प्रकार की जड़ी बूटियों से बना होता है और 1935 में पहली बार शुरू किया गया था। इसका निर्माण विल्हेम मास्ट ने किया था, जो एक चिकित्सक थे और हैनोवर, जर्मनी में उनकी कंपनी मास्ट-जेगरमाइस्टर एजी की स्थापना की। उन्होंने इस शराब को असली जर्मनी परंपराओं और आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की मदद से बनाया था।

जेगरमाइस्टर का अर्थ है “जंगल मास्टर” या “हंटर मास्टर”, और इसका डिज़ाइन भी इस विचारधारा पर आधारित है। इसके लोगो में एक शिकारी का चित्र है जो एक शिकार के लिए तैयार है। यह शराब एक अद्वितीय मिश्रण है जिसमें 56 अलग-अलग प्रकार की जड़ी बूटियाँ, फल, और औषधीय द्रव्य शामिल होते हैं।

जेगरमाइस्टर की रचना को 1935 में पूरा किया गया था, और इसकी पहली बोतल को तब से प्रकाशित किया जा रहा है। इससे पहले, यह शराब अक्सर छुट्टियों और खास अवसरों पर ही इस्तेमाल होता था, लेकिन आज यह विशेष रूप से युवा पीढ़ी के बीच लोकप्रिय है और विभिन्न कॉकटेल में भी इस्तेमाल होता है।

इसके अलावा, जेगरमाइस्टर का प्रचार भी उसकी लोकप्रियता में बड़ा योगदान रखता है। इसकी विशेष ब्रांडिंग और व्यापक मार्केटिंग ने इसे एक विशेष स्थान प्राप्त करने में मदद की है।

समग्र रूप से, जेगरमाइस्टर जर्मनी की संभावनाओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह एक विशेष शराब है जो स्वाद और विचारधारा के आधार पर अपनी पहचान बनाता है।

जेगरमाइस्टर के बारे में एक प्रचलित मिथक है कि इसमें हिरण के खून का रस शामिल होता है। हकीकत में, यह सिर्फ़ एक अफ़वाह है और इसमें किसी भी प्रकार का हिरण का खून या किसी अन्य प्रकार का जानवर का रस नहीं होता है। जेगरमाइस्टर को 56 अलग-अलग जड़ी बूटियों से बनाया जाता है, और इसमें किसी भी प्रकार का जानवर का रस या खून शामिल नहीं होता। यह एक मिथक है जिसे बिना किसी वास्तविक तथ्य के लोगों ने फैलाया है।

NOTE : शराब, कोकेन, या DRUGS का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

 

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chhindwara me SHIVRAAJ : छिंदवाड़ा से लोकसभा चुनाव लड़ सकते है शिवराज

chhindwara me SHIVRAAJ :

शिवराज सिंह चौहान, जो कि बुदनी से विधायक हैं और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं, अब नकुल नाथ के खिलाफ लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा से भाजपा के प्रत्याशी बनने वाले हैं। इस कदम से छिंदवाड़ा में कांग्रेस का सफाया हो सकता है।

छिंदवाड़ा, जो कि एक महत्वपूर्ण चुनाव क्षेत्र है। शिवराज सिंह चौहान का इस चुनाव में प्रवेश, भाजपा को छिंदवाड़ा में मजबूती प्रदान कर सकता है। छिंदवाड़ा में नकुल नाथ के विरुद्ध प्रतियोगी बनने से, चुनाव प्रक्रिया में उथल-पुथल तेज हो सकती है।

छिंदवाड़ा के चुनाव में शिवराज सिंह चौहान के भागीदारी से, भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले में अधिक उचित तरह से प्रतिनिधित्व प्राप्त करने की संभावना है। इस प्रकार, छिंदवाड़ा में कांग्रेस का सफाया होना संभव है, लेकिन चुनाव परिस्थितियों पर भी निर्भर करता है।

नकुल नाथ पिछले 5 सालों से छिंदवाड़ा के सांसद हैं, जो कि पूरे मध्य प्रदेश में एकेली सीट है जो कांग्रेस ने लोकसभा में जीती। नकुल नाथ कमलनाथ के पुत्र हैं, जो एक प्रमुख राजनेता और पूर्व मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने छिंदवाड़ा के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है और लोकसभा में उनका स्थान विशेष महत्व रखता है।

नकुल नाथ को छिंदवाड़ा के सांसद के रूप में प्रतिष्ठित व्यक्तित्व के रूप में माना जाता है। उन्होंने अपने क्षेत्र में विकास के लिए प्रयास किए हैं और लोकसभा में अपने क्षेत्र की आवाज़ उठाई है। उनका समर्थन और प्रयास छिंदवाड़ा के लोगों के बीच उनके लिए बड़ी सम्मान की वजह बनता है।

 

 

 

 

PANKAJ UDHAS PASSES AWAY : नहीं रहे पंकज उधास

PANKAJ UDHAS PASSES AWAY

पंकज उधास, एक प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक थे, जिन्हें उनकी मधुर आवाज़ और शायरी से लोग याद करते हैं। उनका जन्म 17 मई 1951 को हुआ था और उनकी लंबी बीमारी के चलते 26/02/2024 को उनकी 73 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया।

पंकज उधास की आवाज़ में एक अलग ही गहराई थी, जो सुनने वालों के दिलों को छू जाती थी। उन्होंने अपने संगीत के ज़रिए देश भर में अपना नाम बना लिया था और ग़ज़ल गायकी के क्षेत्र में उनका स्थान विशेष है।

उनकी आवाज़ में शायरी की काफ़ी झलक होती थी, जो सुनने वालों को उनकी दुनिया में ले जाती थी। उनके गाए हुए गीतों में महसूस और एहसास का गहराई होता था जो उन्हें यादगार बनाता था।

पंकज उधास का चले जाना ग़ज़ल संगीत की दुनिया को एक बड़ी कीमत की हार हुई है, लेकिन उनकी गायकी और गाए हुए गीत हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगी। उनकी यादों को हमारा दिल हमेशा याद रखेगा। उनकी आत्मा को शांति मिले, और उनकी गायकी हमेशा याद की जाएगी।

NARENDRA MODI IN DWARKA : श्री कृष्ण की नगरी द्वारका में नदी के अंदर पूजन करते नज़र आये देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

NARENDRA MODI IN DWARKA

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री कृष्ण की नगरी द्वारका में एक अद्वितीय और महत्वपूर्ण दृश्य देखा। उन्होंने नदी के अंदर स्थित एक विशेष स्थान पर पूजा की, जहां उन्होंने दो स्कूबा डाइवर्स की सहायता से इस अद्भुत क्षण को मनाया। इस पूजा में, वे नदी के साथ जुड़े तात्विकता और प्राकृतिक संसाधनों के महत्व को साझा करने का संदेश दिया।

यह पूजा उनके आदर्शों और संवेदनशीलता का एक प्रतीक था, जो भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति उनकी समर्पणा को दर्शाता है। उन्होंने इस मौके पर नदी के संरक्षण और सफाई के महत्व को भी उजागर किया, जो आज के समय में एक बड़ी चुनौती है। इस प्रकार, वे न केवल एक धार्मिक कार्य कर रहे थे, बल्कि एक सामाजिक संदेश को भी साझा कर रहे थे जो मानवता के लिए महत्वपूर्ण है।

प्रधानमंत्री की नदी के अंदर पूजा करते हुए तस्वीरें वाकई प्रेरणादायक हैं। उनका यह कार्य एक सांस्कृतिक और पर्यावरणीय संदेश को साझा करता है। ये तस्वीरें उनके देशवासियों को प्रेरित करती हैं कि हमें अपने नदियों और प्राकृतिक संसाधनों के प्रति संवेदनशीलता और संरक्षण की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है। इन तस्वीरों में एक साथ श्रद्धा और पर्यावरण के प्रति समर्पण की भावना दिखाई गई है।

यह तस्वीरें समाज को सांस्कृतिक और पर्यावरणीय मूल्यों के प्रति जागरूक करती हैं और हमें अपने नदियों और प्राकृतिक संसाधनों के साथ सहयोग और समर्थन में उत्साहित करती हैं। इन तस्वीरों में एक बड़ी संदेश है कि हमें अपने प्राकृतिक आधारों की संरक्षा के लिए एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।

द्वारका नगर, भारत के पश्चिमी किनारे पर स्थित है और इसे हिंदू धर्म के महान धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का केंद्र माना जाता है। इस नगर की रचना मान्यताओं के अनुसार महाभारतकाल में भगवान कृष्ण द्वारा की गई थी।

पुरातत्व अध्ययनों के अनुसार, द्वारका नगर को महाभारत काल में भगवान कृष्ण ने अपनी राजधानी बनाया था। महाभारत में युद्ध के बाद, कृष्ण ने द्वारका को अपनी नगरी बनाकर वहां राज्य किया था।

द्वारका के पुरातात्विक अध्ययन में मिले खंडहरों से यह प्रमाणित होता है कि इस नगर का एक समय में पानी के नीचे डूब जाना एक ऐतिहासिक घटना रही हो सकती है। इसके पीछे भगवान कृष्ण के महानायकत्व, राजा सागर और उनके सन्तानों की कथाएँ हैं, जो इस घटना को चित्रित करती हैं।

अनुसंधान के अनुसार, कालयुग के प्रारंभ में द्वारका नगर में समुद्र का पानी आया और नगर को डूबने से बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने अपने भक्तों के साथ उत्तरायण समुद्र की ओर निकला। इस घटना के बाद, द्वारका का नामांकन हो गया और यह नगर भूमिगत रूप से समुद्र में डूब गया।

इस प्रकार, द्वारका के नाम में एक महान और प्राचीन नगर की यह कहानी हमें हमारे संस्कृति और इतिहास के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जागरूक कराती है।

 

Gold price Today : सोने के रेट में स्थिरता

 

 

आज सोने के भाव में स्थिरता दिखी। बाजार में GOLD की कीमतों में कोई अधिकारिक परिवर्तन नहीं हुआ। इस दौरान, निवेशकों ने सोने को स्थिर और सुरक्षित निवेश के रूप में देखा। यह सोने के बाजार में मान्यता का संकेत है।

Carat 1 gram 10 gram 100 gram
24 कैरट 6418 रुपये 64180 रुपये 641800 रुपये
22 कैरट 5837 रुपये 58370 रुपये 583700 रुपये

 

 

  1. आगामी 2-3 महीनों में सोने के भाव में वृद्धि की संभावना है, खासकर शादी के सीज़न के आसपास। इस समय में, सोने की मांग बढ़ जाती है, जो उसकी कीमतों को ऊपर ले जा सकती है। शादी के त्योहारों में सोने की आवश्यकता होती है, और इस आवश्यकता को मध्यनजर रखते हुए, लोग अधिक सोना खरीदने के लिए प्रेरित हो सकते हैं।
  2. सोने के भाव में उच्चतम स्तर पर आने की संभावना शादी सीज़न के दौरान होती है क्योंकि इस समय लोगों की सोने की खरीदारी की डिमांड बढ़ जाती है। यह एक सामान्य दृश्य है कि लोग अपने शादी या उनके परिवार के सदस्यों के लिए सोने के आभूषण खरीदने के लिए अधिक रुचि दिखाते हैं।
  3. इसलिए, यदि कोई व्यक्ति सोने को निवेश के रूप में ध्यान में ले रहा है तो यह समय हो सकता है कि वह उच्चतम भाव में सोना खरीदे, जिससे वह भविष्य में लाभ कमा सके। शादी के सीज़न में सोने के भाव में वृद्धि की संभावना ध्यान में रखते हुए, लोग अपना निवेश इस दिशा में कर सकते हैं।

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Gold Price Today : सोने की बढ़ती क़ीमतों पर एक नज़र

Gold Price Today

सोने की कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिसका सीधा प्रभाव निवेशकों और सामान्य लोगों के जीवन पर हो रहा है। 25 फरवरी 2024 को सोने की मीमतों में और भी वृद्धि हुई है, जो निवेशकों को आकर्षित कर रही है। इस तारीख पर, 24 कैरेट सोने की कीमत 64,180 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 58,790 रुपये प्रति 10 ग्राम है। यह बढ़ती कीमतें निवेशकों के लिए खुशखबरी के रूप में सामने आ रही हैं, लेकिन इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि वे निवेश के फायदे और नुकसान को ध्यान में रखें।

सोने की कीमतों में इस तरह की वृद्धि के कई कारण हैं। पहले तो, वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति, राजनीतिक घटनाओं का प्रभाव और मांग-प्रदर्शन के कारण सोने की मांग बढ़ गई है। सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है, जिसकी वजह से लोग इसमें निवेश करना पसंद कर रहे हैं।

सोने के मूल्य में वृद्धि निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है, लेकिन इसके साथ ही यह भी याद रखना जरूरी है कि सोने की कीमतें बाजार के प्रतिस्पर्धी और वित्तीय संकट के चलते बदल सकती हैं। इसलिए, निवेश करने से पहले लोगों को सोने की वर्तमान और भविष्य की स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए।

 

new couple in bollywood : किसके प्यार में गिरी एनिमल मूवी की भाभी 2 #triptidimri

चलो चलो, बॉलीवुड की दुनिया में अब तक की सबसे बड़ी खबर है कि हमारे प्यारे अभिनेता मिस्टर एक्स और अभिनेत्री तृप्ति डिमरी के बीच एक प्यार भरा संबंध है।

मिस्टर एक्स और तृप्ति डिमरी , दोनों ही बॉलीवुड के चर्चित और मशहूर अभिनेता हैं। उनके अभिनय में रंगीनता है और उनकी फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा देती है। पर अब उनके इस प्यार के संबंध के बारे में, लोगों के मुह पर तो चार-चाँद लग गए हैं।

जिस तरह से लोगों को खबर मिली कि मिस्टर एक्स और तृप्ति डिमरी एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं, अब लोग फिल्म सेट्स पर ध्यान से देख रहे हैं, क्योंकि कहीं भी उनका चुपके से रोमांस ना हो जाए!

अब तो सोशल मीडिया पर भी तो बवाल है! लोगों का कहना है कि अब तो फिल्मों में भी उनका रोमांस जरूरी है, ताकि ‘बोल्ड और ब्यूटिफुल’ की तरह वे भी स्क्रीन पर दिख सकें!

पर जो भी हो, यह संबंध बॉलीवुड के नए मसाले का रसिक बन चुका है। अब देखना यह है कि इस प्यार भरे किस्से का अगला चैप्टर क्या लेकर आता है। बस, आप भी अपना पॉपकॉर्न तैयार रखें और इस ‘फिल्मी लव स्टोरी’ का मजा लें!

वो मिस्टर एक्स कोई और नहीं बाल्की हमारे चॉकलेट बॉय कार्तिक आर्यन हैं आपको बता दे कि पिछले दिनों कार्तिक आर्यन ने अपने इंस्टाग्राम
पोस्ट पर पज़ल की तरह तृप्ति का नाम अपनी अगली फिल्म भूल भुलैया 3 के लिए अनाउंस किया था इसके बाद से ही दोनों की लव स्टोरी में  
सुरखियों का बाजार गरम है

सिर्फ भूल भुलैया ही नहीं कार्तिक और तृप्ति को आशिकी 3 के लिए भी साइन कर लिया गया है अभी तक ये सारी बाते सिर्फ अफ़वाह भी हो
 सकती है क्योंकि हमारा काम है मसाला देना बाकी आप अपने बुद्धि विवेक से सही या गलत फैसला करें
 

 

Ram mandir ayodhya : अयोध्या राम मंदिर के बारे में ”दूसरा समाज” क्या कहता है

Ram mandir ayodhya : राम मंदिर का विषय भारतीय राजनीति और समाज के लिए एक ऐसा टॉपिक है, जिसपर लोगों के विचार विपरीत होते हैं, लेकिन इसे कुछ इस तरह भी देखा जा सकता है:”बधाई हो! अब तो राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया है! अब तो अयोध्या में भव्य मंदिर की आधारशिला रख दी गई है। लेकिन कहानी यहाँ खत्म नहीं होती, एक बार तो यहाँ पहुँचने के बाद, आया है अब मंदिर का ‘कंकर’ समय! बेशक, इसका इंतजार कर रहा है पूरा देश, कि कब तक यह ‘कंकर’ खत्म होकर ‘कमल’ बनेगा।”

मंदिर का निर्माण देख, राम-राम और रंग-रंग लगा दिए! अब तो बाबर का इस निर्माण में कोई ‘हाथ’ नहीं बचा पाएगा!”

“राम मंदिर के निर्माण के लिए अब तो सबकी आंखों में गाजर और सबके मुंह में मीठाई! खुशियां हैं लोगों के चेहरों पर और लड़ाई खत्म हो गई है, क्योंकि अब मंदिर की तस्वीर भी तो सोशल मीडिया पर आएगी!”

कुछ ऐसे ही मनोरंजन के संदर्भ में राम मंदिर को देखा जा सकता है। इसे एक प्रकार से एक दिव्य लीला के रूप में भी देखा जा सकता है, जो हमारे देश के लोगों को एकजुट करने का साधन बन सकता है।

राम मंदिर का निर्माण भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है, जिसमें लोगों का बहुत बड़ा आत्मगौरव जुड़ा है। इस मंदिर का निर्माण अयोध्या में शुरू हो चुका है, और इसके निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।

हालांकि, राम मंदिर का पूरा निर्माण कितने समय लगेगा, यह स्पष्ट नहीं है। इसके लिए कई परिपेक्ष्य हैं, जैसे कि निर्माण की गणना, धार्मिक और सामाजिक संदेशों का महत्व, और विभिन्न अन्य कारक।

इसके बावजूद, सरकार और संगठनों ने अपनी पूरी ताकत से इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है। लेकिन, इस विषय में कोई निश्चित तिथि या समय स्पष्ट नहीं है।

हम सभी भारतीयों की आशा है कि राम मंदिर का निर्माण जल्दी से पूरा हो और यह भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत का महत्वपूर्ण प्रतीक बने। लेकिन, इसके लिए हमें सभी का सहयोग और समर्थन आवश्यक है

Ram mandir ayodhya के निर्माण से एक बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। यह निर्माण उद्योग और संबंधित क्षेत्रों में लाखों लोगों को रोजगार का मौका प्रदान कर रहा है।

  1. निर्माण क्षेत्र में रोजगार: राम मंदिर के निर्माण के लिए अनेक निर्माण कंपनियों और उपकरणों की आवश्यकता है। इससे निर्माण क्षेत्र में नौकरियों की बढ़ोतरी हो रही है।
  2. लेबर कामगार: निर्माण कार्यों में शामिल होने वाले लेबर कामगारों को भी नौकरी के अवसर मिल रहे हैं। उन्हें मुख्य रूप से निर्माण कार्यों के लिए नियुक्त किया जा रहा है।
  3. हस्तशिल्पकार और कारीगर: राम मंदिर के निर्माण में मोटाई और सुंदरता की मांग के कारण हस्तशिल्पकारों और कारीगरों को भी काम का मौका मिल रहा है।
  4. पर्यटन उद्योग: राम मंदिर के निर्माण से अयोध्या और उत्तर प्रदेश के पर्यटन उद्योग में भी वृद्धि हो रही है। इससे स्थानीय लोगों को पर्यटन संबंधित उद्योगों में रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।

इस प्रकार, राम मंदिर के निर्माण से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों का विस्तार हो रहा है, जिससे स्थानीय और अधिक लोगों को रोजगार का लाभ मिल रहा है।

राम मंदिर के निर्माण के सम्बंध में मुस्लिम पक्ष का विचार विभिन्न हो सकता है। कुछ मुस्लिम विचारक मंदिर के निर्माण के पक्ष में हो सकते हैं, जबकि दूसरे इसके खिलाफ हो सकते हैं।

कुछ मुस्लिम विचारक मानते हैं कि धर्मनिरपेक्षता के आधार पर हर धर्मीय समुदाय को अपने धर्मीय स्थलों का सम्मान करना चाहिए। उनका मानना है कि राम मंदिर का निर्माण एक सामाजिक साझेदारी का परिणाम होना चाहिए और सामूहिक सहमति के बिना ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए।

वहीं, कुछ अन्य मुस्लिम विचारक मंदिर के निर्माण का विरोध करते हैं और इसे एक सामाजिक और राजनीतिक विवाद मानते हैं। उनका मानना है कि राम मंदिर के निर्माण से समाज में धार्मिक और सामाजिक विभाजन हो सकता है और इससे मुस्लिम समुदाय को भावनात्मक और सामाजिक रूप से असहमति का सामना करना पड़ सकता है।

सम्माननीय है कि विभिन्न समुदायों के विचारों का सम्मान किया जाए और सामरिकता और समझौते के माध्यम से सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा दिया जाए।