Ram mandir ayodhya : अयोध्या राम मंदिर के बारे में ”दूसरा समाज” क्या कहता है

Ram mandir ayodhya : राम मंदिर का विषय भारतीय राजनीति और समाज के लिए एक ऐसा टॉपिक है, जिसपर लोगों के विचार विपरीत होते हैं, लेकिन इसे कुछ इस तरह भी देखा जा सकता है:”बधाई हो! अब तो राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो गया है! अब तो अयोध्या में भव्य मंदिर की आधारशिला रख दी गई है। लेकिन कहानी यहाँ खत्म नहीं होती, एक बार तो यहाँ पहुँचने के बाद, आया है अब मंदिर का ‘कंकर’ समय! बेशक, इसका इंतजार कर रहा है पूरा देश, कि कब तक यह ‘कंकर’ खत्म होकर ‘कमल’ बनेगा।”

मंदिर का निर्माण देख, राम-राम और रंग-रंग लगा दिए! अब तो बाबर का इस निर्माण में कोई ‘हाथ’ नहीं बचा पाएगा!”

“राम मंदिर के निर्माण के लिए अब तो सबकी आंखों में गाजर और सबके मुंह में मीठाई! खुशियां हैं लोगों के चेहरों पर और लड़ाई खत्म हो गई है, क्योंकि अब मंदिर की तस्वीर भी तो सोशल मीडिया पर आएगी!”

कुछ ऐसे ही मनोरंजन के संदर्भ में राम मंदिर को देखा जा सकता है। इसे एक प्रकार से एक दिव्य लीला के रूप में भी देखा जा सकता है, जो हमारे देश के लोगों को एकजुट करने का साधन बन सकता है।

राम मंदिर का निर्माण भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है, जिसमें लोगों का बहुत बड़ा आत्मगौरव जुड़ा है। इस मंदिर का निर्माण अयोध्या में शुरू हो चुका है, और इसके निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।

हालांकि, राम मंदिर का पूरा निर्माण कितने समय लगेगा, यह स्पष्ट नहीं है। इसके लिए कई परिपेक्ष्य हैं, जैसे कि निर्माण की गणना, धार्मिक और सामाजिक संदेशों का महत्व, और विभिन्न अन्य कारक।

इसके बावजूद, सरकार और संगठनों ने अपनी पूरी ताकत से इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है। लेकिन, इस विषय में कोई निश्चित तिथि या समय स्पष्ट नहीं है।

हम सभी भारतीयों की आशा है कि राम मंदिर का निर्माण जल्दी से पूरा हो और यह भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत का महत्वपूर्ण प्रतीक बने। लेकिन, इसके लिए हमें सभी का सहयोग और समर्थन आवश्यक है

Ram mandir ayodhya के निर्माण से एक बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। यह निर्माण उद्योग और संबंधित क्षेत्रों में लाखों लोगों को रोजगार का मौका प्रदान कर रहा है।

  1. निर्माण क्षेत्र में रोजगार: राम मंदिर के निर्माण के लिए अनेक निर्माण कंपनियों और उपकरणों की आवश्यकता है। इससे निर्माण क्षेत्र में नौकरियों की बढ़ोतरी हो रही है।
  2. लेबर कामगार: निर्माण कार्यों में शामिल होने वाले लेबर कामगारों को भी नौकरी के अवसर मिल रहे हैं। उन्हें मुख्य रूप से निर्माण कार्यों के लिए नियुक्त किया जा रहा है।
  3. हस्तशिल्पकार और कारीगर: राम मंदिर के निर्माण में मोटाई और सुंदरता की मांग के कारण हस्तशिल्पकारों और कारीगरों को भी काम का मौका मिल रहा है।
  4. पर्यटन उद्योग: राम मंदिर के निर्माण से अयोध्या और उत्तर प्रदेश के पर्यटन उद्योग में भी वृद्धि हो रही है। इससे स्थानीय लोगों को पर्यटन संबंधित उद्योगों में रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।

इस प्रकार, राम मंदिर के निर्माण से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों का विस्तार हो रहा है, जिससे स्थानीय और अधिक लोगों को रोजगार का लाभ मिल रहा है।

राम मंदिर के निर्माण के सम्बंध में मुस्लिम पक्ष का विचार विभिन्न हो सकता है। कुछ मुस्लिम विचारक मंदिर के निर्माण के पक्ष में हो सकते हैं, जबकि दूसरे इसके खिलाफ हो सकते हैं।

कुछ मुस्लिम विचारक मानते हैं कि धर्मनिरपेक्षता के आधार पर हर धर्मीय समुदाय को अपने धर्मीय स्थलों का सम्मान करना चाहिए। उनका मानना है कि राम मंदिर का निर्माण एक सामाजिक साझेदारी का परिणाम होना चाहिए और सामूहिक सहमति के बिना ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए।

वहीं, कुछ अन्य मुस्लिम विचारक मंदिर के निर्माण का विरोध करते हैं और इसे एक सामाजिक और राजनीतिक विवाद मानते हैं। उनका मानना है कि राम मंदिर के निर्माण से समाज में धार्मिक और सामाजिक विभाजन हो सकता है और इससे मुस्लिम समुदाय को भावनात्मक और सामाजिक रूप से असहमति का सामना करना पड़ सकता है।

सम्माननीय है कि विभिन्न समुदायों के विचारों का सम्मान किया जाए और सामरिकता और समझौते के माध्यम से सामाजिक सामंजस्य को बढ़ावा दिया जाए।